wheat grass juice, के फायदे और नुकसान। कई बीमारियों के रामबाण इलाज है।

Wheat grass juice, अंकुरित गेहूं के पौधे की पहली पत्तियों के रस को व्हीटग्रास जूस कहते हैं। इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर को कई तरह के स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने का काम करते हैं। व्हीटग्रास जूस में अमीनो एसिड विटामिन और मिनरल्स का एक समृद्ध स्रोत होता है। जिसका समृद्धि हरा रंग क्रोफिल से आता है जो एक प्राकृतिक के एंटीऑक्सीडेंट और रक्त को मजबूत बनाने वाला है। व्हीटग्रास में विटामिन बी विटामिन सी हाइटोन यूपीएस मैग्निशियम कैलशियम आईरन एंजाइम क्लोरोफिल प्रोटीन एमिनो एसिड विटामिन बी कंपलेक्स विटामिन के सेलेनियम जिंक जैसे आदि प्रमुख घटक पाए जाते हैं जो शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी माने जाते हैं।
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व्हीटग्रास से इन बीमारियों में काफी लाभ मिलता है।
व्हीटग्रास को डायबिटीज कैंसर त्वचा रोग मोटापा फेफड़ों और पेट रोग के उपचार में काफी लाभकारी होता है। व्हीटग्रास जूस का नियमित रूप से सेवन हमारे शरीर को बहुत सी बीमारियों से बचाता है। इसका तासीर ठंडी होने के कारण इसका इस्तेमाल गर्मी के मौसम में ज्यादा किया जाता है। व्हीटग्रास जूस में कैलोरी की मात्रा बहुत कम पाई जाती है।
व्हीटग्रास जूस के फायदे।
किस में पाए जाने वाला क्लोरोफिल हमारे शरीर में देख तो फिकेशन की क्रिया को अच्छा करने में सहायता करता है। यह हमारे शरीर की कोशिकाओं में ऑक्सीजन की आपूर्ति को भी बढ़ाने में मदद करता है।
अमीनो एसिड विटामिन और खनिज ओके समृद्धि स्रोत के रूप में हमारे शरीर को ताकत देता है।
व्हीटग्रास जूस से गंदे कोलेस्ट्रोल की मात्रा को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को संतुलित करने में मददगार है।

व्हीटग्रास जूस में अलग-अलग प्रकार के एमिनो एसिड पाए जाते हैं। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट के साथ बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारी इम्यूनिटी को मजबूत रखने में मददगार होते हैं।
व्हीटग्रास जूस से क्लोरोफिल से निहित होता है जो शरीर को ढंग से कार्य करने की ताकत प्रदान करता है और बुढ़ापे के लक्षणों को कम करने में मददगार होता है।
व्हीटग्रास जूस में एंटी बैक्टीरियल और क्लीनिंग गुण होते हैं जो गंदगी और अतिरिक्त शिवम को हटाकर स्क्रीन को साफ करने में मददगार है।
सेवन मात्रा
15 मिलीग्राम से 20 मिलीग्राम तथ्य पानी के साथ सुबह-शाम खाली पेट सेवन करें। इसके लिए आप किसी चिकित्सक से परामर्श भी ले सकते हैं
व्हीट ग्रास जूस बनाने की देसी विधि।
गेहूं के बीज जब अंकुरित होकर के तीन चार पत्ते निकलते हैं तो उसे गेहूं का जवरा कहते हैं। इस गेहूं के ज्वारा का जूस निकालकर सेवन करते हैं। गेहूं के इन पतियों को सील पर पीसकर आप किसी सूती कपड़े में रख ले। अब दोनों हथेलियों से दबकर किसी बर्तन में इसका रस निकालें। याद रखें कि इसका सेवन करने से कुछ समय पहले जूस निकाले और सेवन करें। पहले कम मात्रा में सेवन करें और धीरे-धीरे इसकी मात्रा बढ़ा सकते हैं।
।व्हीट जूस का नुकसान।
1, जिन लोगों को इस से एलर्जी हो उन्हें पीने से नुकसान हो सकता है।
2, अत्याधिक के मात्रा में पीने से भी नुकसान होने की संभावना होती है।
3, संवेदनशील व्यक्तियों को इसका सेवन करने से जीभ में सूजन जैसी समस्या पैदा हो जाती है। इसलिए इसे सीमित मात्रा में सेवन करें।
4, जिस व्यक्ति को कब की समस्या है उसे रात में इस जूस का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि व्हीटग्रास जूस का तहसील ठंडा होता है।


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