भूलकर भी दही मैं ये चीज मिलाकर न खाएं, वरना हो सकता है नुकसान।

दही में ऐसे बैक्टीरिया होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं। यह बैक्टीरिया जब हमारे शरीर के अंदर जाते हैं तो हमें स्वास्थ्य लाभ मिलता है। अगर किसी कारण से दही के यह बैक्टीरिया मर जाए तो हम किसी प्रकार से स्वास्थ्य लाभ नहीं उठा सकते। इसलिए कुछ बातों को का ध्यान रखा जाए कि दही में ऐसी चीज ना मिला है जिससे यह बैक्टीरिया मर जाए। दही की बैक्टीरिया जीवित अवस्था में हमारे शरीर के अंदर जाना चाहिए। तभी हमें स्वास्थ्य लाभ मिल सकता है।
दही को आयुर्वेद की भाषा में जीवाणुओं का घर माना जाता है। अगर हम एक कप दही में जीवाणुओं की संगति करेंगे तो करोड़ों जीवाणु होते हैं।

अगर आप मीठा दही खाएंगे तो यह बैक्टीरिया आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होंगे। कुछ ऐसी चीजें होती है जो दही में मिला देने के बाद यह सारे बैक्टीरिया मर जाते हैं और मरे हुए बैक्टीरिया हमारे शरीर के अंदर जाते हैं जिससे हमें किसी तरह का स्वास्थ्य लाभ नहीं मिलता है। इसलिए आज हम बताएंगे कि दही में कौन सी चीज भूल कर भी नहीं मिलानी चाहिए। जिससे दही की बैक्टीरिया मर जाए और किसी तरह का हमें स्वास्थ्य लाभ ना मिले।
इसी प्रकार जब हम दूर खाते हैं तो दूर में भी बैक्टीरिया पाया जाता है। जब दूध फट जाता है तो उसके सारे बैक्टीरिया मर जाते हैं और दूध खाने से हमें कोई फायदा नहीं होता।
दही में हमें कभी भी नमक मिलाकर नहीं खाना चाहिए।
कभी भी आप दही को नमक के साथ मत खाइए। अगर खाना ही है तो हमेशा मीठी चीजों के साथ खाना चाहिए। जैसे कि चीनी के साथ गुर के साथ। दही में फायदेमंद बैक्टीरिया होते हैं जो जीवित अवस्था में ही हमारे शरीर में जाने चाहिए क्योंकि जब हम दही खाते हैं तो हमारे अंदर इंजॉय प्रोसेस अच्छे से चलता है। अगर आप मीठा दही खाएंगे तो यह बैक्टीरिया आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होते हैं। वहीं अगर एक चुटकी नमक भी मिला ले तो 1 मिनट में सारे बैक्टीरिया मर जाएंगे और उसकी ला से ही हमारे अंदर जाएगी जो किसी काम की नहीं आएगी।
दरअसल नमक में जो तत्व है वह जीवाणुओं के दुश्मन होते हैं। आयुर्वेद में कहा गया है कि दही में ऐसी चीजें मिलाए जो कि जीवाणुओं को बढ़ाएं न कि उसे मारे या खत्म करें।
दही हमेशा गुड़ के साथ खाएं।
दही को गुड़ के साथ खाइए। दही में गुड़ डालते हैं युवाओं की संख्या मल्टीप्लाई हो जाती है। थोड़ी देर गुड़ मिलाकर रख दीजिए। पुराने समय में लोग अक्सर दही में गुड़ डालकर ही सेवन किया करते थे।
दही में मिश्री,
अगर दही में मिश्री डालकर खाया जाए तो कीटाणुओं के संग और बढ़ जाती है। जिससे हमें स्वास्थ्य लाभ अत्यधिक मिलता है क्योंकि जीवाणुओं की संख्या मिश्री डालते ही काफी बढ़ जाती है।
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