EYE FLU से बचने का घरेलू उपाय, तुरंत राहत मिलेगा।

आई फ्लू एक संक्रमण है जो आमतौर पर बरसात के मौसम में होता है। आम भाषा में इसे आंख आना भी कहा जाता है। आई फ्लू आंखों के परीक्षेत में होने वाले संक्रमण को दर्शाता है। यह एक प्रकार का कंजेक्टिवाइटिस से होता है। जो आप की परत को भारी रूप से प्रभावित करता है। इससे आंख की सफेद परत लाल या गुलाबी हो जाती है। आंखों से पानी बहना, जलन और खिंचाव के साथ आता है। अक्सर यह बीमारी बरसात के मौसम में वायरस के फैलने के कारण होने लगता है।
EYE Flu होने का कारण।
1, आई फ्लू का सही नाम कंडक्टिविटी जी। यह आंखों की संधि तंत्र में संक्रमण होने से होने वाला एक सामान्य रोग है। यह वायरस बैक्टीरिया धूलिया आंखों को संक्रमित वासा द्वारा प्रसारित हो सकता है। आई फ्लू होने का कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित है।
1 वायरस इनफेक्शन, वायरस के कारण होने वाला इन्फेक्शन आमतौर पर सर्दी जुकाम या दूसरे वायरस संक्रमण से फैलता है।
2, बैक्टीरियल इनफेक्शन, बैक्टीरिया के कारण होने वाला इन्फेक्शन अधिकतर आंखों को संक्रमित करता है जैसे अधिक समय तक धूप में रहना।
3, अधिक समय तक धूप में रहने के बाद तुरंत ठंडा स्थान पर आ जाना। आई फ्लू होने का यह भी एक मुख्य कारण है कि आप ज्यादा समय तक धूप में रहते हैं और तुरंत किसी ठंडी जगह पर आ जाए तो यह बीमारी होने की संभावना हो जाती है।
4, आंखों के संपर्क में आने वाले अन्य कारण, आंखों के संपर्क में आने वाले अन्य कारणों में बैक्टीरिया और वायरस ओं के साथ-साथ आंखों में धूल केमिकल या अन्य किसी पदार्थ से भी हो सकता है।
Eye Flu के लक्षण।
आई फ्लू होने पर निम्नलिखित लक्षण दिखने लगता है।
1, आंखों का लाल या गुलाबी होना।
2, आंखों से पानी आना।
3, आंखें शूज जाना।
4, आंखों में दर्द या खुजली होना।
5, रात में आंखें चिपक जाना।
आई फ्लू कितने प्रकार का होता है।
सामान्य रूप से आई फ्लू दो प्रकार के होता है।
1, आंखें लाल या गुलाबी हो जाती है।
2, आंखों से सफेद पदार्थ आता है जिसे कीचड़ कहते हैं।
आई फ्लू को ठीक करने का कुछ घरेलू उपाय।
1 गुलाब जल, गुलाब जल से आंखों को आंतरिक संक्रमण को शांत करने में मदद करता है। गुलाब जल से अपनी आंखों को अच्छी तरह झीटा मारकर धोएं
2 आलू के पत्ते,। आलू के पत्ते को गर्म पानी में भिगोकर आंखों के ऊपर रखें। इससे आंखों की सूजन कम होगी और आराम मिलेगा।
3, खीरे के स्लाइस,।   खीरे के पत्ते के सलाइज को आंखों पर रखने से आंखों की खुजली और जलन में आराम मिलता है।
4, आंवले का रस,।   आंवले का रस से गुलाब जल में मिलाकर ड्रॉप्स की तरह आंखों में डालने से आंखों के संक्रमण को ठीक करने में मदद मिलता है।
Disclaimer, आंखों में गंभीर संक्रमण होने पर किसी योग्य नेत्र चिकित्सक से जरूर दिखाएं।
आई फ्लू एक कॉन्टेजियस डिजीज है।
यह बीमारी छुआछूत से भी बढ़ती है। जिस व्यक्ति को आई फ्लू हुआ हो उसके संपर्क के में ना रहे। उसका कोई भी वस्तु इस्तेमाल किया हुआ खुद इस्तेमाल न करें। जैसे साबुन तोलिया शैंपू या ड्राप से का इस्तेमाल ना करें। यह बीमारी संसर्ग से फैलता है। इसलिए सावधानी बरतने से ही इस बीमारी से बचा जा सकता है। दूसरी बात की किसी तालाब या नदी में स्नान न करें। क्योंकि पानी ने भी वायरस से होने के कारण आई फ्लू होने लगता है।

आई फ्लू कैसे फैलता है।
वर्षा के बाद हवा में आई अत्याधिक नमी के कारण लोग आई फ्लू की चपेट में आ रहे हैं। कई राज्यों में आई फ्लू से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है उधर एहतियात के तौर पर कई राज्यों में बच्चों को स्कूल आने से रोक दिया गया है।
हवा में अत्यधिक नामी होने के कारण लोग बैठ कर दिया वायरल और एलर्जी के संपर्क में आते हैं। यही एलर्जी आई फ्लू का कारण बन रही है। 2018 में आई फ्लू फैला था तब इसकी तीव्रता इतनी अधिक नहीं थी।
आम भाषा में आंख आना कहा जाता है।
आई फ्लू को पिंक आई भी कहा जाता है, जो इंसान की आंख के सफेद भाग और पलकों की परत को कवर करने वाले कंजेक्टिवल क्लियर परत को प्रभावित करता है। इस परत में सूजन आ जाती है और आंखों का सफेद भाग लाल हो जाता है। यह संक्रमण रोग है जो एक दूसरे तक पहुंचता है। मरीज की आंखों में लाल पन होने के साथ सूजन और जलन भी होती है।
आई फ्लू का लक्षण।
एक या दोनों आंखों का लाल होना।
आंख में जलन होना। आंखों में शुभम होना और दर्द रहना, आंखों से पानी निकलना या चिपचिपाहट होना, आंखों में तीर करी महसूस होना और सूजन आ जाना।
आई फ्लू से बचाव।
आंखों को हाथ से न छुए।
काला चश्मा लगाएं।
हर 2 घंटे में साबुन से हाथ धोए।
नियमित रूप से एंटीबायोटिक आई ड्रॉप डालें।
रूबी से हाथ मिलाने से परहेज करें।
अपने रुमाल तोलिया तकिया के कवर आदि रोज धोएं।
Eye flu होने पर इन चीजों से बचे,
1, आंखों को रग्गरे नहीं।
आंखों को बार-बार रगड़ने से आंख है लाल हो जाती है। आंखों में दर्द होने लगता है। इसीलिए बार-बार रगड़ने से बचें।
2, आंखों को नलका के पानी से न धोएं।
हाई फ्लो आंखों कि यह बीमारी पानी में वायरस के कारण होता है। इसलिए कभी भी नलका के पानी से आंख  ना धोए।
3, बरसात में भीगने से बचें।
आपको पता होगा कि बरसात के पानी में वायरस होता है इसलिए आंखों का संक्रमण और बढ़ सकता है। इसलिए बरसात के पानी से बचें।
4, आंखों पर चश्मा ना लगाए।
अगर आंखों पर चश्मा लगाना है तो किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श लेकर ही लगाए।
5, आंखों पर मेकअप करने से बचें।
आंखों पर मेकअप करने से संक्रमण की प्रक्रिया और बढ़ जाती है। इसलिए आंखों पर मेकअप मत करें जब तक आप को आई फ्लू की शिकायत है।



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