मछली के साथ भूल कर भी मत खाना यह चीज, वरना हो जाता है सफेद दाग।

आयुर्वेद में यह बताया जाता है कि किस चीज के साथ कौन सा चीज है नहीं खाना चाहिए। बहुत ऐसी चीज है जिसके साथ दूसरा चीज खाने से भयंकर प्रकार की बीमारियों का शिकार होना पड़ता है। कुष्ठ रोगों के प्रकार में सफेद दाग भी एक प्रकार का पुष्ट होता है। खानपान की वजह से ही यह बीमारी से व्यक्ति ग्रसित हो जाता है। यह बातें आयुर्वेद शास्त्र में भी कहा गया है कि अगर खान-पान में गलती होगी तो भयंकर किसने की बीमारी का शिकार होना पड़ सकता है। कुछ ऐसी चीज हैं जिसे दही या दूध के खाने के बाद तुरंत खा लें तो आप सफेद दाग के शिकार हो सकते हैं। 
दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में इसी बात पर चर्चा करने वाले हैं। यानी सफेद दाग की बीमारी खान-पान की वजह से यानी खान-पान के गलती से ही अक्सर यह बीमारी हो जाती है।
दूध या दही खाने के तुरंत बाद मछली नहीं खाना चाहिए।
आयुर्वेद शास्त्र में भी इस बात का जिक्र किया गया है कि दूध या दही खाने के तुरंत बाद मछली नहीं खाना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति सफेद दाग बीमारी का शिकार हो जाता है। यह ऐसी बीमारी है कि जिसका अभी तक एक कोई इलाज नाके बराबर है। आपको यह बता दो कि दहिया दूध के खाने के तुरंत बाद मछली क्यों नहीं खाना चाहिए। दूध या दही को देव भजन कहा जाता है जबकि मछली को तामसी भोजन यानी राक्षसी भोजन कहा जाता है। जब आप इन दोनों भोजनों को एक साथ मिलाओगे तो प्रतिक्रिया स्वरूप किसी बीमारी को जन्म देता है। इसलिए भूल कर भी देव भोजन करने के बाद तामसी भोजन नहीं करना चाहिए। नहीं तो आपके सभी दाग बीमारी के शिकार हो सकते हैं।
पान खाने के तुरंत बाद कटहल नहीं खाना चाहिए।
दोस्तों आप इस बात की जांच कर सकते हैं। अगर आपको यह जानना है कि पान खाने के बाद कटहल क्यों नहीं खाना चाहिए। तो आप इसका जांच कर सकते हैं। इसके लिए आपको कटहल का कुआ के ऊपर पान का पित फेंक दो। थोड़ी देर में ही कठल का कुआ काले रंग का हो जाता है। जैसे ही आप अटल कुआ पान  पित्त फेकते है तो वह जहर बन जाता है। अगर आदमी पान खाने के तुरंत बाद पटाखा ले तो उसके शरीर में जहर हो जाता है। इस प्रकार उसकी मौत भी हो सकती है। इसलिए कहा गया है कि पान खाने के तुरंत बाद कठल भूलकर भी नहीं खाना चाहिए।

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